खबर का असर: 12 में से 8 छात्रों को मिले एडमिट कार्ड, लेकिन न्याय अभी अधूरा!

खातेगांव – न्यू लिटिल फ्लावर  स्कूल की लापरवाही के कारण 10वीं बोर्ड परीक्षा से वंचित हुए 12 छात्रों के भविष्य पर मंडराए संकट के बादल कुछ हद तक छंटते नजर आ रहे हैं। मीडिया और सामाजिक संगठनों द्वारा उठाई गई आवाज़ के बाद प्रशासन ने हरकत में आते हुए 12 में से 8 छात्रों को एडमिट कार्ड जारी करवा दिए। हालांकि, अब भी 4 छात्र परीक्षा से वंचित हैं, जिनका भविष्य अधर में लटका हुआ है।

मीडिया रिपोर्ट्स और राजनैतिक हस्तक्षैप के चलते शिक्षा विभाग और जिला प्रशासन पर कार्यवाही करने का दबाव बढ़ा।

छात्रों के अभिभावकों ने लगातार प्रशासन से अपील की और स्कूल प्रबंधन की लापरवाही को उजागर किया।

खबर के असर से प्रशासन को मजबूर होकर कार्रवाई करनी पड़ी, जिसके बाद 8 छात्रों के एडमिट कार्ड जारी हुए।


लेकिन क्या यह पर्याप्त है?

8 छात्रों को एडमिट कार्ड मिलना राहत की बात है, लेकिन 4 छात्रों को अब भी न्याय नहीं मिला।

सवाल उठता है कि जब 8 छात्रों को एडमिट कार्ड दिए जा सकते हैं, तो बाकी 4 को क्यों नहीं?

 जानकारो कि माने तो बचे हुए 4 छात्रों को तुरंत एडमिट कार्ड देना चाहिए या परीक्षा में बैठने की अनुमति देना चाहिए 
न्यू लिटिल फ्लाँवर स्कूल की मान्यता रद्द की जाना चाहिए , ताकि भविष्य में कोई और छात्र इस लापरवाही का शिकार न हो।
स्कूल संचालक पर कानूनी कार्रवाई हो, ताकि शिक्षा को व्यापार बना चुके लोगों को सबक मिले।
राज्य शिक्षा विभाग को इस मामले में हस्तक्षेप कर विशेष परीक्षा की व्यवस्था करनी चाहिए, ताकि प्रभावित छात्रों का साल बर्बाद न हो।
अब देखना यह होगा कि बचे हुए 4 छात्रों के लिए प्रशासन क्या कदम उठाता है और क्या उनके लिए भी न्याय की राह खुलेगी या फिर यह मामला आधे-अधूरे समाधान के साथ ही शांत कर दिया जाएगा?

" />

News

ARK NEWS की खबर का असर: 12 में से 8 छात्रों को मिले एडमिट कार्ड, लेकिन न्याय अभी अधूरा! खबर के असर से प्रशासन को मजबूर होकर कार्रवाई करनी पड़ी, जिसके बाद 8 छात्रों के एडमिट कार्ड जारी हुए।

खबर का असर: 12 में से 8 छात्रों को मिले एडमिट कार्ड, लेकिन न्याय अभी अधूरा!

खातेगांव – न्यू लिटिल फ्लावर  स्कूल की लापरवाही के कारण 10वीं बोर्ड परीक्षा से वंचित हुए 12 छात्रों के भविष्य पर मंडराए संकट के बादल कुछ हद तक छंटते नजर आ रहे हैं। मीडिया और सामाजिक संगठनों द्वारा उठाई गई आवाज़ के बाद प्रशासन ने हरकत में आते हुए 12 में से 8 छात्रों को एडमिट कार्ड जारी करवा दिए। हालांकि, अब भी 4 छात्र परीक्षा से वंचित हैं, जिनका भविष्य अधर में लटका हुआ है।

मीडिया रिपोर्ट्स और राजनैतिक हस्तक्षैप के चलते शिक्षा विभाग और जिला प्रशासन पर कार्यवाही करने का दबाव बढ़ा।

छात्रों के अभिभावकों ने लगातार प्रशासन से अपील की और स्कूल प्रबंधन की लापरवाही को उजागर किया।

खबर के असर से प्रशासन को मजबूर होकर कार्रवाई करनी पड़ी, जिसके बाद 8 छात्रों के एडमिट कार्ड जारी हुए।


लेकिन क्या यह पर्याप्त है?

8 छात्रों को एडमिट कार्ड मिलना राहत की बात है, लेकिन 4 छात्रों को अब भी न्याय नहीं मिला।

सवाल उठता है कि जब 8 छात्रों को एडमिट कार्ड दिए जा सकते हैं, तो बाकी 4 को क्यों नहीं?

 जानकारो कि माने तो बचे हुए 4 छात्रों को तुरंत एडमिट कार्ड देना चाहिए या परीक्षा में बैठने की अनुमति देना चाहिए 
न्यू लिटिल फ्लाँवर स्कूल की मान्यता रद्द की जाना चाहिए , ताकि भविष्य में कोई और छात्र इस लापरवाही का शिकार न हो।
स्कूल संचालक पर कानूनी कार्रवाई हो, ताकि शिक्षा को व्यापार बना चुके लोगों को सबक मिले।
राज्य शिक्षा विभाग को इस मामले में हस्तक्षेप कर विशेष परीक्षा की व्यवस्था करनी चाहिए, ताकि प्रभावित छात्रों का साल बर्बाद न हो।
अब देखना यह होगा कि बचे हुए 4 छात्रों के लिए प्रशासन क्या कदम उठाता है और क्या उनके लिए भी न्याय की राह खुलेगी या फिर यह मामला आधे-अधूरे समाधान के साथ ही शांत कर दिया जाएगा?

BJ-2589 2025-03-01 20:01:13 खातेगांव
  • ARK NEWS की खबर का असर: 12 में से 8 छात्रों को मिले एडमिट कार्ड, लेकिन न्याय अभी अधूरा! खबर के असर से प्रशासन को मजबूर होकर कार्रवाई करनी पड़ी, जिसके बाद 8 छात्रों के एडमिट कार्ड जारी हुए।

Related Post