पत्रकारो को बदनाम करने कि नियत से भ्रमक खबरे दिखाकर छबि धूमिल करने वालो के खिलाफ कोर्ट जाएंगे पत्रकार।
खातेगांव/भैरूदां/ दरसल 28तारीख कि रात्रि मे पत्रकारो को सूत्रो से जानकारी मिली थी लाड़कुई वन परिक्षेत्र अंतर्गत विना नंबर के पिकप वाहन जिसपर मध्यप्रदेश शासन लिखा हुआ है उससे सागोंन कि सिल्लियो कि सप्लाई हो रही है। सूचना के आधार पर विभिन्न क्षेत्र के पत्रकारो ने स्थानीय पत्रकार के साथ पूरी खबर का स्टिंग कर फुटेज अपने कैमरे मे कैद किया।जिसमे विना नंबर के पिकप वाहन से सागोंन कि सिल्लियो कि सप्लाई हो रही थी। जिसकी सूचना पत्रकारो ने तत्तकाल वरिष्ठ अधिकारियो को भी दी।कुछ देर बाद वाईक पर सवार होकर नाकेदार यसवंत गोयल एवं अमरसिंह रावत भी पंहुचे और पत्रकारों को देखकर बौखला गये पत्रकारो ने पूछा साहब यह सागोंन कि सिल्लिया कहा से आ रही और कहा जा रही तो नाकेदार साहब ने जबाब तो नही दिया और पत्रकारो से अवद्र व्यावहार करते हुए पत्रकारो के कैमरै तोड़ने कि नियत से हाथ मारने लगे जिसका फुटैज भी पत्रकारो के कैमरे मे कैद है उक्त घटना कि स्टिंग कि हुई खबर ARK न्यूज़ सहीत अनेक अखबारों ने प्रमुखता के साथ दिखाकर सच्चाई शासन प्रशासन तक पंहुचाई थी । खबर दिखाने के कही घंटो बाद लाड़कुई वन परिक्षेत्र के नाकेदार सहीत अन्य अधिकारी कर्मचारी कर्मचारी बौखला गये एवं आनन फानन मे पत्रकारो के खिलाफ सड़यंत्र रचकर मनगढत कहानी वनाते हुए एक प्रेस नोट जारी कर स्थानीय पत्रकारो का नाम छुपाते हुए एक ही शमुदाये के मंसूरी पत्रकारो पर शासकीय कार्य मे बाधा डालने का आरोप लगाने लगे।इससे अधिकारियो कि सड़यंत्र कारी मंशा शाफ जाहिर होती नजर आ रही है इतना ही नही उन्होने पत्रकारो को दो कार मे सवार होकर आना वताया पर साहब कहानी भी मनगढत बनाने के चक्कर मे एक मारुती कार का नंबर MP41CA9110 झूठा लिखाकर फस गये। उन्हे नही मालूम था कि यह कार घटना के कही घंटे पहले से और घटना के कही घंटो बाद भी सीसीसी टीवी कैमरे कि निगरानी मे खड़ी रही जिसकी फुटैज भी पत्रकारों के पास सैफ है।
इतना ही नही कुछ अखबारो ने सच्चाई पर पर्दा डालते हुए खबर स्टिंग करने वाले पत्रकारो को तथाकथित पत्रकार वताते हुए वन माफिया भी वना दिया। जब इस मामले मे वन परिक्षेत्र के अधिकारी प्रकाश उइके से पत्रकारो ने वन टू वन चर्चा कि तो उन्होंने कहा हमने ऐसा कोई प्रेस नोट जारी नही किया जिसमे रियाज मंसूरी,आमीन मंसूरी, अनिस मंसूरी तथाकथित पत्रकार या वन माफिया है वन परिक्षेत्र अधिकारी प्रकाश उइके ने आगे वताया कि जब पत्रकारो ने घटना के दोरान विभाग के किसी भी अधिकारी कर्मचारी से सबाल किया था तो उन्हे जबाब देना चाहिए था ये उनकी गलती है आगे श्री उइके ने कहा कि रियाज मंसूरी, आमीन मंसूरी, अनिस मंसूरी का लाड़कुई वनपरिक्षेत्र मे आज तक कोई मामला दर्ज नही है और नाही इनका वनोउपज से कोई लेना देना है।अगर कोई हमारे प्रेस नोट से काटाछाटी कर कुछ भी अलग से लिखे तो हमे उससे कोई दिक्कत नही।लाड़कुई वनपरिक्षेत्र से जुड़ी परत दर परत खबरे/सच्चाई को देखने के लिए बने रहिए ARK News नेटवर्क के साथ।