लोकायुक्त और EOW की बड़ी कार्रवाई सिवनी और हरदा में रिश्वतखोर अधिकारी रंगे हाथ गिरफ्तार

आमीन मंसूरी ब्यूरो मध्यप्रदेश 

सिवनी/हरदा। सरकारी विभागों में फैले भ्रष्टाचार के खिलाफ लोकायुक्त और आर्थिक अपराध शाखा (EOW) की टीमों ने दो अलग-अलग मामलों में तगड़ी कार्रवाई की है। खाद्य आपूर्ति विभाग और आरटीओ कार्यालय में रिश्वतखोरी करते हुए दो अधिकारियों को रंगे हाथ पकड़ा गया है। इन घटनाओं ने प्रशासनिक महकमे में हड़कंप मचा दिया है और भ्रष्ट अधिकारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग तेज हो गई है।

सिवनी खाद्य आपूर्ति विभाग की अधिकारी रिश्वत लेते गिरफ्तार

सिवनी में जबलपुर लोकायुक्त की टीम ने खाद्य आपूर्ति विभाग की कनिष्ठ आपूर्ति अधिकारी ज्योति पटले को रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार किया।

क्या है मामला
कारीरात गांव के निवासी संत कुमार कनोजिया की पत्नी सीमा एक आदर्श स्व-सहायता समूह चलाती हैं, जो धान खरीदी केंद्र का संचालन भी करता है। साथ ही उनकी राशन दुकान भी है। इस दुकान के निरीक्षण के दौरान कनिष्ठ आपूर्ति अधिकारी ज्योति पटले ने रिकॉर्ड सुधारने और धान खरीदी में अनियमितताओं को नजरअंदाज करने के बदले में ₹40,000 की रिश्वत की मांग की थी।

लोकायुक्त ने कैसे पकड़ा

शिकायत मिलने के बाद लोकायुक्त जबलपुर की टीम ने रणनीति बनाकर जाल बिछाया। टीम ने आवेदक से तय राशि का एक हिस्सा देने को कहा और जैसे ही सेल्समैन कैलाश सनोडिया ने अधिकारी के कहने पर पैसे हाथ में लिए, लोकायुक्त ने दोनों को रंगे हाथ पकड़ लिया।

लोकायुक्त डीएसपी दिलीप झरबड़े के अनुसार यह कार्रवाई जिला आपूर्ति अधिकारी कार्यालय, सिवनी में की गई।

हरदा बस मामले मे RTO बाबू गिरफ्तार

हरदा जिले में आरटीओ कार्यालय में तैनात बाबू सज्जन सिंह घसोरिया को ₹20,000 की रिश्वत लेते हुए आर्थिक अपराध शाखा (EOW) की टीम ने गिरफ्तार किया है।

कैसे पकड़ा गया बाबू

भोपाल निवासी सुरेंद्र तनवानी की बस को हरदा में प्रदीप राठौर संचालित कर रहे थे। बस 15 साल से अधिक पुरानी हो चुकी थी इसी मामले मे आरटीओ कार्यालय में तैनात बाबू सज्जन सिंह घसोरिया ने इसके लिए ₹50,000 की रिश्वत मांगी।

आवेदकों ने इसकी शिकायत ईओडब्ल्यू से की, जिसके बाद 15 सदस्यीय टीम ने छापेमारी कर बाबू को रिश्वत लेते हुए पकड़ लिया। इसके अलावा, उसके पास से ₹1 लाख नकद भी बरामद किए गए, जिनकी जांच की जा रही है।

EOW के डीएसपी डीके सिंह ने मुताबिक आरोपी से पूछताछ जारी है और यह भी जांच की जा रही है कि रिश्वत के अलावा अन्य अवैध कमाई का कोई और मामला तो नहीं है।
भ्रष्टाचार के खिलाफ जनता की आवाज़

इन दोनों मामलों में लोकायुक्त और EOW की कार्रवाई से स्पष्ट है कि प्रशासन में बैठे कुछ अधिकारी किस तरह से सत्ता का दुरुपयोग कर रहे हैं और आम जनता को शोषण का शिकार बना रहे हैं।

 भ्रष्टाचार के खिलाफ त्वरित और सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए।अधिकारियों पर कड़ी कानूनी सजा सुनिश्चित होनी चाहिए ताकि अन्य सरकारी कर्मचारी रिश्वतखोरी से बचें।
 आम जनता को भी ऐसे मामलों में जागरूक होकर लोकायुक्त और EOW से शिकायत करनी चाहिए।

सरकार को चाहिए कि इन मामलों में दोषियों को तत्काल बर्खास्त कर जेल भेजा जाए, ताकि भविष्य में कोई भी सरकारी अधिकारी अपनी कुर्सी का दुरुपयोग करने की हिम्मत न करे। इन कार्रवाइयों से एक कड़ा संदेश जाएगा कि अब भ्रष्टाचार को किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।

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लोकायुक्त और EOW की बड़ी कार्रवाई सिवनी और हरदा में रिश्वतखोर अधिकारी रंगे हाथ गिरफ्तार

लोकायुक्त और EOW की बड़ी कार्रवाई सिवनी और हरदा में रिश्वतखोर अधिकारी रंगे हाथ गिरफ्तार

आमीन मंसूरी ब्यूरो मध्यप्रदेश 

सिवनी/हरदा। सरकारी विभागों में फैले भ्रष्टाचार के खिलाफ लोकायुक्त और आर्थिक अपराध शाखा (EOW) की टीमों ने दो अलग-अलग मामलों में तगड़ी कार्रवाई की है। खाद्य आपूर्ति विभाग और आरटीओ कार्यालय में रिश्वतखोरी करते हुए दो अधिकारियों को रंगे हाथ पकड़ा गया है। इन घटनाओं ने प्रशासनिक महकमे में हड़कंप मचा दिया है और भ्रष्ट अधिकारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग तेज हो गई है।

सिवनी खाद्य आपूर्ति विभाग की अधिकारी रिश्वत लेते गिरफ्तार

सिवनी में जबलपुर लोकायुक्त की टीम ने खाद्य आपूर्ति विभाग की कनिष्ठ आपूर्ति अधिकारी ज्योति पटले को रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार किया।

क्या है मामला
कारीरात गांव के निवासी संत कुमार कनोजिया की पत्नी सीमा एक आदर्श स्व-सहायता समूह चलाती हैं, जो धान खरीदी केंद्र का संचालन भी करता है। साथ ही उनकी राशन दुकान भी है। इस दुकान के निरीक्षण के दौरान कनिष्ठ आपूर्ति अधिकारी ज्योति पटले ने रिकॉर्ड सुधारने और धान खरीदी में अनियमितताओं को नजरअंदाज करने के बदले में ₹40,000 की रिश्वत की मांग की थी।

लोकायुक्त ने कैसे पकड़ा

शिकायत मिलने के बाद लोकायुक्त जबलपुर की टीम ने रणनीति बनाकर जाल बिछाया। टीम ने आवेदक से तय राशि का एक हिस्सा देने को कहा और जैसे ही सेल्समैन कैलाश सनोडिया ने अधिकारी के कहने पर पैसे हाथ में लिए, लोकायुक्त ने दोनों को रंगे हाथ पकड़ लिया।

लोकायुक्त डीएसपी दिलीप झरबड़े के अनुसार यह कार्रवाई जिला आपूर्ति अधिकारी कार्यालय, सिवनी में की गई।

हरदा बस मामले मे RTO बाबू गिरफ्तार

हरदा जिले में आरटीओ कार्यालय में तैनात बाबू सज्जन सिंह घसोरिया को ₹20,000 की रिश्वत लेते हुए आर्थिक अपराध शाखा (EOW) की टीम ने गिरफ्तार किया है।

कैसे पकड़ा गया बाबू

भोपाल निवासी सुरेंद्र तनवानी की बस को हरदा में प्रदीप राठौर संचालित कर रहे थे। बस 15 साल से अधिक पुरानी हो चुकी थी इसी मामले मे आरटीओ कार्यालय में तैनात बाबू सज्जन सिंह घसोरिया ने इसके लिए ₹50,000 की रिश्वत मांगी।

आवेदकों ने इसकी शिकायत ईओडब्ल्यू से की, जिसके बाद 15 सदस्यीय टीम ने छापेमारी कर बाबू को रिश्वत लेते हुए पकड़ लिया। इसके अलावा, उसके पास से ₹1 लाख नकद भी बरामद किए गए, जिनकी जांच की जा रही है।

EOW के डीएसपी डीके सिंह ने मुताबिक आरोपी से पूछताछ जारी है और यह भी जांच की जा रही है कि रिश्वत के अलावा अन्य अवैध कमाई का कोई और मामला तो नहीं है।
भ्रष्टाचार के खिलाफ जनता की आवाज़

इन दोनों मामलों में लोकायुक्त और EOW की कार्रवाई से स्पष्ट है कि प्रशासन में बैठे कुछ अधिकारी किस तरह से सत्ता का दुरुपयोग कर रहे हैं और आम जनता को शोषण का शिकार बना रहे हैं।

 भ्रष्टाचार के खिलाफ त्वरित और सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए।अधिकारियों पर कड़ी कानूनी सजा सुनिश्चित होनी चाहिए ताकि अन्य सरकारी कर्मचारी रिश्वतखोरी से बचें।
 आम जनता को भी ऐसे मामलों में जागरूक होकर लोकायुक्त और EOW से शिकायत करनी चाहिए।

सरकार को चाहिए कि इन मामलों में दोषियों को तत्काल बर्खास्त कर जेल भेजा जाए, ताकि भविष्य में कोई भी सरकारी अधिकारी अपनी कुर्सी का दुरुपयोग करने की हिम्मत न करे। इन कार्रवाइयों से एक कड़ा संदेश जाएगा कि अब भ्रष्टाचार को किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।

BJ-2589 2025-03-02 12:42:28 हरदा
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